वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का जन्म २५ दिसम्बर १८९१ में पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। ३ सितम्बर १९१४ में चन्द्र सिंह सेना में भर्ती हो गये। और अगले ६ साल, इन्होने अंग्रेजी फौज में रहकर फ्रांस, बगदाद, वजीरिस्तान में अनेको लड़ाइयों में भाग लिया, आज वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को एक स्वतंत्रता सेनानी के रूप में याद किया जाता है, क्योंकि २३ अप्रैल, १९३० को जब अंग्रेजी हुकूमत ने उनको आंदोलनकारियों पर गोली चलाने का आदेश दिया, तो अपनी बटालियन को निहत्थे लोगों पर गोली चलाने से मना कर दिया जिसके बाद चंद्र सिंह को कैद कर लिया गया और आजीवन कारवास की सजा दी गई, परन्तु ११ साल बाद उनको १९४१ में रिहा कर दिया गया परन्तु गढ़वाल जाने की अनुमति नहीं मिली। गांधी जी के साथ भारत छोड़ो आंदोलन में हिंसा लेने के कारण उनको फिर १९४२ से १९४५ तक जेल में रहना पड़ा। और २२दिसंबर १९४६ को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली एक बार फिर से गढ़वाल में प्रवेश कर सके।