सुभाष बाजार में स्थित अशोक की लाट आज़ादी के बाद १९५० के दशक में स्वतंत्रता सेनानियों की याद में स्थापित हुई थी। ये वो समय था जब भारत एक गणतंत्र बना था। ये लाट, अशोक स्तम्भ का लघु रूप है जो २,२५० वर्ष पूर्व के मौर्या सम्राट अशोक ने भारत के कई प्रमुख शहरों में स्थापित किये थे। चार एशियाई शेरों की एक मूर्ति इस स्तंभ के शीर्ष पर रखी गई थी। आज ये मूर्ती भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है। सम्राट द्वारा एक स्तम्भ मेरठ में भी लगाया गया था जो १४वीं शताब्दी में दिल्ली का सुलतान फ़िरोज़शाह तुग़लक़ मेरठ से हटाकर दिल्ली ले गया था। वो स्तम्भ आज भी उत्तरी दिल्ली में हिन्दू बारा राव हस्पताल के पास स्थित है।