ये मेरठ शहर के ठठेड़वाड़ा में मौजूद एक ख़ूबसूरत इमारत है जिसमे बीस गांव के ज़मींदार और शहर के समाजसेवी पंडित नानकचंद की अदालत लगा करती थी। १८६२ में जन्मे पंडित नानकचंद ने २२ वर्ष की उम्र में ही अपनी वसीयत में अपनी ज़मींदारी और शहर में फैली १०३ इमारतें से आने वाली आमदनी को समाजसेवा के लिए अर्पित कर दिया था। आज कई शैक्षिक संस्थान और मंदिर नानकचंद ट्रस्ट द्वारा चलाये जाते हैं। इस इमारत में अंग्रेज़ों के समय से ही चर्च सिटी जूनियर हाई स्कूल चल रहा है। कहते हैं ये इमारत लगभग १८६० के दशक में बनकर तैयार हुई थी ।