ये प्रसिद्ध शहीद स्मारक मेरठ में जन्मी अंग्रेज़ों के खिलाफ १८५७ की क्रान्ति की सौवीं वर्षगाँठ के उपलक्ष में १९५७ में स्थापित किया गया था। इस स्मारक को अशोक स्तम्भ का रूप दिया गया जिसकी सौ फ़ीट ऊंचाई है। और यहीं पर उन क्रांतिकारियों के नाम अंकित हैं जिन्होंने अंग्रेज़ों के खिलाफ विद्रोह किया था। शहीद स्मारक के प्रांगण में कई महान स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं के अलावा राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संघ्रालय भी है जो की देश में पहला संघ्रालय है जो केवल १८५७ क्रान्ति के लिए समर्पित है। इस संघ्रालय की कायाकल्प केंद्र और यूपी सरकार ने मिलकर २०२२ में की थी। इसमें हज़ारो दस्तावेज़ों और ख़ूबसूरत चित्रों के माध्यम से क्रान्ति से जुड़े एक एक पल के इतिहास का अध्यन किया जा सकता है।